पाकिस्तानी सिंगर अली जफर पर सिंगर और एक्ट्रेस मीशा शफी ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. अभिनेत्री की ओर से लगाए गए आरोपों पर कोर्ट में सुनवाई भी हुई थी, जिसके बाद अदालत ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया था. इसके बाद सिंगर अली जफर ने मीशा शफी से क्षतिपूर्ति के लिए भुगतान की मांग की थी और उनपर मानहानि का मुकदमा भी किया था. अब इस मामले में मीशा शफी को तीन साल की सजा हुई है.
साथ ही बतातें चलें कि अली जफर ने सभी आरोपों के खारिज होने के बाद ही मीशा पर मानहानि का दावा ठोक दिया था. जिस पर अभिनेत्री को ये सजा सुनाई गई है. तो वहीं इस सजा पर मीशा की प्रतिक्रिया भी आई है. उन्होंने सिस्टम पर धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि, ‘इस तरह के केस में किस महिला को किस कीमत पर न्याय मिला है।’ बताया जा रहा है कि मीशा के वकील इस फैसले को चुनौती देने की प्लानिंग कर रहे हैं.
वहीं जब मीशा शफी द्वारा लगाये गए सभी आरोप खारिज हो गए थे. तब उन्होंने अली से मैसेज के जरिए माफी मांग ली थी. इस बात की जानकारी सिंगर ने दी थी. उन्होंने कहा था,’मीशा ने निजी तौर पर उन्हें मैसेज के जरिए मांफी मांगी है. लेकिन मैं उन्हें तब तक माफ नहीं कर सकता जब तक वो सार्वजनिक तौर पर मांफी नहीं मांग लेती हैं. इससे पहले अली जफर ने पाकिस्तान के एक न्यूज चैनल पर अपने ऊपर लगे आरोपों पर बात करते हुए कहा था कि, ‘इतने लंबे वक्त से हम यह चुपचाप बर्दाश्त कर रहे हैं. सिर्फ मैं ही नहीं, मेरा परिवार, पत्नी और बच्चे भी.

पिछले एक साल में मैंने एक भी शब्द नहीं कहा, क्योंकि मैंने कोर्ट के जरिए कानूनी कार्रवाई करने का फैसला लिया था. लेकिन वे फर्जी अकाउंट बना रहे हैं और सभी को टैग करके मेरे करियर को बर्बाद करने की कोशिश कर रहे थे. जानकारी मुताबिक कि मीटू अभियान के दौरान मीशा शफी ने अली जफर पर आरोप लगाया था कि उन्होंने अपने घर के रिकॉर्डिंग स्टूडियो में उनका यौन शोषण किया था. उन्होंने कहा था कि, ‘वह अपने पति के साथ अली जफर के ससुराल में किसी कार्यक्रम के दौरान मिलने गई थीं. जहां अली ने उन्हें घर के किसी कमरे में ले जाकर उनका यौन उत्पीड़न किया था.