उत्तर प्रदेश में चल रहे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान सभी जिलों के जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। 4 चरणों में होने वाले पंचायत चुनावों के पहले चरण के लिए नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो गई है। 15 अप्रैल को पहले चरण की वोटिंग की जाएगी। हालांकि इसके साथ ही अन्य चरणों के लिए भी जिला प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है। दूसरे चरण के लिए नामांकन पूरा कर लिया गया है। इसी बीच जिन जगह पर तीसरे और चौथे चरण के चुनाव होने हैं, वहां पुलिस प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है।
प्रशासन लगातार ऐसे लोगों के खिलाफ शांति भंग में पाबंद कर रहा है जिनके ऊपर आशंका है कि वह चुनावी प्रक्रिया के दौरान खलल डाल सकते हैं। ऐसे में ही कासगंज के पटियाली पुलिस की शांति भंग में पाबंद करने की कार्रवाई चर्चा का विषय बनी हुई है। आपको बता दें कि 26 अप्रैल को तीसरे चरण का पंचायत चुनाव कासगंज में होना है। ऐसे में कासगंज पुलिस लगातार चुनाव में खलल डाल सकने वाले संदिग्धों के खिलाफ शांति भंग में पाबंद कर रही है। ऐसा ही एक कार्यवाही कासगंज जिले की पटियाली पुलिस ने की है, जो लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है।
दरअसल पटियाली पुलिस ने इलाके के ही नगला पर्वत के तीन बच्चों के खिलाफ शांति भंग की धारा में पाबंद का नोटिस भेजा है, जिसके बाद से उन बच्चों के गांव में हड़कंप मच गया है। कासगंज के पटियाला थाना पुलिस ने थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव नगला पर्वत के तीन बच्चों के खिलाफ शांति भंग की नोटिस तामिल करवाई है। जब यह नोटिस बच्चों के घर पर पहुंची तो वहां हड़कंप मच गया। पुलिस ने नगला पर्वत के कमल सिंह का पुत्र अक्षय (12) राजेश (7) और गोविंद का पुत्र मान सिंह (11) के खिलाफ आशंका जताई है कि यह तीनों पंचायत चुनाव के दौरान खलल डाल सकते हैं। इसलिए इनके खिलाफ शांति भंग की धारा में नोटिस तामिल करवाई है। यह नोटिस जारी होने के बाद से चर्चा का विषय बना हुआ है।